पाईथोगोरस की प्रमेय वाक्य
उच्चारण: [ paaeethogaores ki permey ]
उदाहरण वाक्य
- ८०० ई. पू.).ये सभी ग्रन्थ तथाकथित पाईथोगोरस की प्रमेय (
- उन्हें मुख्यतः पाईथोगोरस की प्रमेय (
- उन्हें मुख्यतः पाईथोगोरस की प्रमेय (Pythagorean theorem) के लिए जाना जाता है, जिसका नाम उनके नाम पर दिया गया है.
- उन्हें मुख्यतः पाईथोगोरस की प्रमेय (Pythagorean theorem)के लिए जाना जाता है, जिसका नाम उनके नाम पर दिया गया है.पाइथोगोरस को “संख्या के जनक” के रूप में जाना जाता है, छठी शताब्दी ईसा पूर्व में धार्मिक शिक्षण और दर्शनमें उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा.
- आधुनिक युग और ज्ञान के विश्व स्तरीय प्रसार से पहले, कुछ ही स्थलों में नए गणितीय विकास के लिखित उदाहरण प्रकाश में आये हैं.सबसे प्राचीन उपलब्ध गणितीय ग्रन्थ हैं, प्लिमपटन ३२२ (Plimpton 322)(बेबीलोन का गणित (Babylonian mathematics)सी.१९०० ई.पू.) मास्को गणितीय पेपाइरस (Moscow Mathematical Papyrus)(इजिप्ट का गणित (Egyptian mathematics)सी.१८५० ई.पू.) रहिंद गणितीय पेपाइरस (Rhind Mathematical Papyrus)(इजिप्ट का गणित सी.१६५० ई.पू.) और शुल्बा के सूत्र (Shulba Sutras)(भारतीय गणित सी. ८०० ई.पू.).ये सभी ग्रन्थ तथाकथित पाईथोगोरस की प्रमेय (Pythagorean theorem)से सम्बंधित हैं,जो मूल अंकगणितीय और ज्यामिति के बाद गणितीय विकास में सबसे प्राचीन और व्यापक प्रतीत होती है.